हैदराबाद: विजयनगरम जिले के रामतीर्थम में भगवान राम की 400 साल पुरानी मूर्ति को कथित तौर पर तोड़ने की घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. मंगलवार को कथित तौर पर मूर्ति को तोड़ दिया गया था. पुजारी ने पहले देखा कि मंदिर का ताला टूटा हुआ है. इसके बाद उसकी नजर भगवान राम की मूर्ति पर पड़ी, जिसका सिर गायब था
मूर्ति का टूटा हुआ भाग मंदिर परिसर के टैंक में मिला मंदिर प्रशासन ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले की जांच के लिए एसपी राजा कुमारी और डीएसपी अनिल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और यहां पुलिस और डॉग स्कैवड टीम की तैनाती की गई है. पुलिस के मुताबिक, बुधवार को मूर्ति का टूटा हुआ भाग मंदिर परिसर के टैंक में मिला. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता भी यहां मामले को जानकर पहुंचे थे और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. मंगलवार शाम से ही बीजेपी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं.
आंध्र प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विष्णुवर्धन रेड्डी ने एक बयान में कहा, ‘आंध्र प्रदेश में कोई कानून व्यवस्था नहीं है. वाई एस जगमोहन रेड्डी की सरकार में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. यहां विजयनगरम में जो घटना हुई है, वो मंदिर 400 साल पुराना ऐतिहासिक मंदिर था और इस तरह से मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी रामतीर्थम श्रीराम की मूर्ति के विध्वंस की निंदा की.उन्होंने कहा कि पिछले 19 महीनों में मंदिरों पर 120 से अधिक हमले हुए हैं. पीतमपुर के छह मंदिरों में 23 से अधिक मूर्तियों को तोड़ दिया गया है और गुंटूर में भी दुर्गम्मा मंदिर को ढहा दिया गया.’
16वींं सदी में हुए हमले जैसी घटना बीजेपी नेता सुनील सुनील देवधर ने कहा है कि आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हो रहे हमले 16वीं सदी के गोवा में क्रूर सेंट जेवियर के हमलों की याद दिला रहे हैं जिसने मंदिरों को ढहा दिया था और लोगों का धर्मांतरण करवाया. सुनील देवधर ने कहा, ‘ मंदिरों पर हो रहे लगातार हमले बामियान में तोड़ी गई बुद्ध प्रतिमा की याद दिला रहे हैं. जिसे तालिबानियों ने तोड़ दिया था.’